उज्जैन से newjline.com की रिपोर्ट
राजाधिराज भगवान महाकाल की राजसी सवारी आज उज्जैन में पूरे राजसी ठाठ बाट से निकली। इस दौरान आसमान से हेलिकॉप्टर से पालकी पर फूल बरसाए गए तो प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशाल डमरू बजाया। प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा और महापौर मुकेश टटवाल ने झांझ मंजीरे बजाए। सवारी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े और दर्शन कर भावविभोर हो उठे। राजसी सवारी में शिव भक्ति के अनेक रंग बिखरे।
सावन और भादौ मास में महाकाल मंदिर से निकलने वाली सवारी के क्रम में अंतिम सवारी को शाही या राजसी सवारी कहा जाता है। वर्ष में एक बार भगवान महाकाल अपने भक्तों के बीच आते हैं और कंठाल चौराहा से सतीगेट होते हुए गोपाल मंदिर से सामने से मंदिर आते हैं। आज सोमवार को राजसी सवारी में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव विशेष रूप से शामिल हुए और भक्ति के रंग में सराबोर होकर झांझ मंजीरे बजाए और करीब ढाई फीट लंबा डमरू भी सवारी में चलते चलते बजाया। वे नंगे पैर ही सड़कों पर चले और श्रद्धालुओं के साथ सवारी में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी गोपाल मंदिर पर पूजन आरती में सम्मिलित हुए।
सवारी के दौरान साफ सफाई की मिसाल भी देखने को मिली जब सवारी के पीछे चल रहे 500 से ज्यादा सफाई मित्रों ने सफाई कर सड़कों को वापस साफ कर दिया। सात किलोमीटर।लंबे सवारी मार्ग को तत्काल साफ करने का उदाहरण नगर निगम ने प्रस्तुत किया। किन्नरों ने भी सफाई में अपना योगदान दिया। नगर निगम कमिश्नर अभिलाष मिश्रा के निर्देश पर सफाई की यह व्यवस्था की गई थी।
