कलेक्टिव न्यूजरूम
गणेश चतुर्थी का दस दिवसीय पर्व 27 अगस्त से शुरू होगा लेकिन मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के अंतर्गत नागदा में एक गणेश मंदिर में युवतियों के पहनावे को लेकर किए गए चार सवालों से हलचल मच गई है। मंदिर परिसर में रखे एक पोस्टर पर युवतियों में बढ़ती अर्धनग्न ड्रेस को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं, जिसमें यह भी पूछा जा रहा है कि युवतियों की अर्धनग्न ड्रेस माता पिता की गलती है? पोस्टर किसने लगाया, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
नागदा के बड़ा गणेश मंदिर में लगा यह पोस्टर देशभर में चर्चा पकड़ रहा है, क्योंकि इसके माध्यम से पूछा जा रहा है कि युवतियों के पहनावे में तंग वस्त्र और शॉर्ट ड्रेसेस का चलन बढ़ने के लिए कौन जिम्मेदार हैं। किसी जा नाम लिखे बगैर सवाल किया गया है कि इसके लिए माता पिता कितने जिम्मेदार हैं?पोस्टर के अंत में जनजागरण समिति का उल्लेख किया गया है।
चार सवाल, एक सुझाव
पोस्टर पर चार सवाल हैं तो अंत में एक सुझाव भी सभी दर्शनार्थियों को दिया जा रहा है।
1. क्या टीवी शो, फिल्मों को देख अपनी नासमझ छोटी बेटियों (4, 6, 8 वर्ष से अधिक) की अमर्यादित ड्रेस पसंद कर फूहड़ एवं अश्लील पहनावे का बीज बोने वाली माता है?
2. क्या अपनी 10 वर्ष से अधिक उम्र की बेटियों को फूहड़, अमर्यादित, एकदम टाइट और छोटे-छोटे कपड़े पहनने पर मौन रहने वाला पिता है?
3. क्या छोटे, कम एवं अर्ध नग्न ड्रेस पहनने वाली लड़की को मॉडर्न, स्मार्ट, स्टैंडर्ड एवं आधुनिक समझने वाली सोच है?
4. अपनी बेटियों को विचारों की आजादी दीजिए अमर्यादित, अश्लील पहनावे की नहीं।
5. शालीन एवं मर्यादित कपड़े आपकी बेटी का सुरक्षा कवच है।
