भोपाल से newjline.com के लिए सुदेश नागर की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने आखिरकार आज 71 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी, लेकिन इसको लेकर उठ रहे विरोध के कारण नेतृत्व के सामने मुसीबत शुरू हो गई है। पार्टी के अंदर घमासान मच गया है। उज्जैन, इंदौर, भोपाल, सहित बुरहानपुर और सतना जिलों में नई नियुक्तियों को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है। खबर है कि पूर्व पीसीसी सदस्य और देवास जिले की खातेगांव विधानसभा से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौतम बंटू गुर्जर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
उज्जैन ग्रामीण में महेश परमार और सतना में सिद्धार्थ कुशवाहा को जिला अध्यक्ष बनाए जाने का काफी विरोध हो रहा है। रतलाम और रायसेन जिलों में भी विरोध के सुर उठ रहे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि संगठन में नए चेहरों को मौका देने के बजाय पुराने नेताओं पर ही भरोसा जताया गया है, जिससे निचले स्तर के कार्यकर्ताओं में निराशा है। कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। सबसे ज्यादा आक्रोश छह मौजूदा विधायकों और 11 पूर्व विधायकों को जिला और शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने को लेकर है। कई कार्यकर्ताओं ने एक्स पर पोस्ट एकतरफा और पक्षपातपूर्ण बताया है। अल्पसंख्यक बाहुल्य जिलों में मुस्लिम नेताओं को शहर अध्यक्ष न बनाए जाने को लेकर असंतोष बढ़ रहा है। कहा जा रहा है कि भोपाल, इंदौर और अन्य शहरों में विरोध तेज हो सकता है।
